अगर आप लोग भी यूपीआई का इस्तेमाल ज्यादा पैसे लेनदेन की प्रक्रिया के लिए इस्तेमाल करते हैं तो यूपीआई के जुड़े घोटाले पर लगाम लगाने के लिए सरकार के द्वारा एक नई योजना बना रही है इस योजना के तहत फर्जीवाड़ा को रोका जाएगा इकोनॉमिक्स टाइम्स के एक रिपोर्ट निकालकर एड्रेस बताया जा रहा है की एनपीसीआई यानी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया पर्सनल तो पर्सनल यानी P2P डिजिटल पेमेंट जिन्हें फुल ट्रांजैक्शन कहा जाता है जो बंद करने जा रहे हैं यह बाकी सूत्रों से या रिपोर्ट निकालकर बताया जा रहा है किया 31 अक्टूबर से बंद हो जाएगा ।
तेजी से बढ़ती यूपीआई के लोकप्रियता।
देशभर में देखा जाए तो एनपीसीआई है यानी नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया एक नया आका हाल ही में निकलकर आया जिसमें बताया जा रहा है कि 2023 में लगभग 35 को यूपीआई ट्रांजैक्शन हुआ था वही 2014 में मात्र 500 करोड़ 700 मिलियन 70 करोड़ तक का पहुंच चुका है जिससे यह पता लगता है कि देशभर में यूपीआई का इस्तेमाल कितना ज्यादा हर दिन हो रहा है देखा जाए तो पानी पुरी वाले से लेकर बड़े-बड़े सामान खरीदने में यूपीआई का इस्तेमाल अब हो रहा है ऐसे में यूपीआई देश में नहीं बल्कि विदेश में भी खूब चर्चा बना हुआ है लेकिन इसके ऊपर कुछ नए आंकड़े निकाल कर आ रहे हैं ।
1 बिलियन (100 करोड़) ट्रांजैक्शन का लक्ष्य।
अब सरकार का लक्ष्य है कि यूपीआई के जरिए रोजाना होने वाली ट्रेन जंक्शन को 1 बिलियन (100 करोड़) तक पहुंच जाए ऐसा अनुमान यूपीआई ट्रांजैक्शन से इसी तरफ से बढ़ रहा है अगले साल तक लग हासिल किया जा सकता है।
पिछले महीने यूपीआई के जरिए लगभग 19.5 बिलियन (19.5 अरब) ट्रांजैक्शन किया गया जिनमें कुल राशि 25 लाख करोड़ रूपया से अधिक रहा भारत में अब लगभग 85% डिजिटल लेनदेन यूपीआई के माध्यम किया जाता है यही दुनिया भर में होने वाले कल डीजल ट्रांजैक्शन में फ्री 50% हिस्सा यूपीआई से हो रहा है भारत में तकनीक के नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
गौरतल लगी 2 अगस्त 2025 से पहले बार यूपीआई के जरिए रोजाना ट्रांजैक्शन की संख्या 70 करोड़ यानी 7 मिलियन के पार पहुंच चुके हैं कुश्ती देखने में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया (NPCI) नेक है कि जुलाई 2025 में यूपीआई के माध्यम से रोजाना औसत 65 करोड़ (650 मिलियन) ट्रांजैक्शन किए गए थे विशेषज्ञ मानना है क्या गैस से शुरू किया जा रहे हैं किराया बिजली पानी और बिल सैलरी ट्रांजैक्शन भुगतान यूपीआई के जाने के कारण यह संकेत 70 करोड़ के पास पहुंच गया।
बैंकिंग संशोधन कानून से लागू।
नए नियम के अनुसार बैंकिंग कानून संशोधन अधिनियम 2025 जो एक अगस्त से लागू उद्देश्य यह है कि बैंक प्रशासन को बेहतर बनाना एवं निवेशकों को सुरक्षित एवं सुनिश्चित सरकारी बैंकों को लेख परीक्षा को सुधार करना अब सारी सभी सरकारी बैंकों को बिना दवा वाले शेयर बाजार में राशि निवेश शिक्षा संस्थान को स्थानांतरित की मंजूरी दी गई है
क्या है फुल ट्रांजैक्शन जाने
फुल ट्रांजैक्शन में कलेक्ट करने वाले सेंटर के पैसे की रिक्वेस्ट भेजते हैं और सेंटर के रिक्वेस्ट भेजने के बाद भेजना पैसे देने वाले लोगों के पास एक नोटिफिकेशन जाता है उसे पर क्लिक करके अपना ओटीपी दर्ज कर तीन को दर्ज करके पेमेंट करता है जिसके बाद पेमेंट पूरी हो जाती है हालांकि इसका दुरुपयोग किया जा रहा है जिसे रोकने के लिए अभी से बंद किया जा रहा है